नगर पालिका क्षेत्र में सफाई व्यवस्था बदहाल,बजबजाती नालियों के बदबू से आमलोगों का जीना हुआ दूभर,अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौन तो जवाब देगा कौन?
मुंगेली/नगर पालिका क्षेत्र में करोड़ो की लागत से एक सड़क का निर्माण कराया गया और नाम दिया गया गौरव पथ।लेकिन जिस तरह से इस मार्ग की हालत है उससे कही से भी नगर के लोगों को इस मार्ग में चलने गौरव की अनुभूति नही होती कारण है इस मार्ग की बदहाल स्थिति।करीब 1 किमी का ये मार्ग पूरी तरह से बदहाल हो गया है इस मार्ग के दोनों तरफ कराए गए नाली निर्माण में जमकर मनमानी की गई है बिना मापदंड के नाली निर्माण कराया गया है जिससे आज के समय ये नाली पूरी तरह से जाम की स्थिति है और बजबजाती हुई नाली से उठने वाली बदबू से यहां के स्थानीय व्यपारी सहित आम नागरिक भी परेशान है इस समस्या को लेकर व्यपारियो द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवँ अधिकारियों को भी कई बार अवगत कराते हुए इस समस्या के निराकरण को लेकर अपील भी कर चुके है
लेकिन किसी भी जिम्मेदारों ने इस समस्या को गंभीरता से नही लिया है जिसके चलते व्यपारी सहित आम नागरिकों में भी इस बात को लेकर खासा आक्रोश व्याप्त है वही इस मार्ग में डिवाइडर भी जगह जगह से छतिग्रस्त हो गया है हालांकि इस डिवाइडरों का कई बार मरम्मत भी कराया जा चुका है लेकिन हालात आज भी जस के तस है। आम नागरिकों का कहना है कि पूरे नगर में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है यहां के हर मार्ग और गलियों व्याप्त गंदगी और कचरे का ढेर से अटा पड़ा है जिसके चलते लोगो को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है वही बीमारियों का खतरा भी बना हुआ है।केंद्र और प्रदेश सरकार स्वछता अभियान को लेकर करोड़ो रूपये खर्च कर रही है तो फिर नगर का बदहाल स्थिति क्यो है पहले नगर पालिका संसाधनों की कमी का रोना रोती थी लेकिन आज के समय मे नगर पालिका में संसाधन की कोई कमी नही है सफाई को लेकर नगर पालिका के पास पूरे साजो सामान सहित पर्याप्त मात्रा में सफाई कर्मचारी भी है फिर भी नगर में सफाई व्यवस्था क्यो चरमराई हुई है क्या वजह है कि स्वछता अभियान में नगर पिछड़ा हुआ है।इस लापरवाही को लेकर कौन जिम्मेदार है।क्या जनप्रतिनिधि सिर्फ चुनाव के दौरान ही आम जनता की समस्याओं को दूर करने की बात करेंगे और निर्वाचित होने के बाद इन समस्याओं को लेकर अपनी आंखें मूंद लेंगे।क्या नगर पालिका के जिम्मेदार अधिकारी सिर्फ अपने AC चेम्बर में बैठकर ही नगर की व्यवस्था का अवलोकन करेंगे।ये आम जनता के ऐसे सवाल है जिनका जवाब शायद किसी भी जिम्मेदारों के पास नही है
पैसे के बदौलत भोग रहे है सत्ता सुख
नगर में इन दिनों आम लोगो के बीच चर्चा का माहौल गरम है कि नगर पालिका में कुछ ऐसे व्यक्ति भी निर्वाचित होकर सत्ता में काबिज हो गए हैं जिनके पास राजनीतिक अनुभव की भारी कमी है इनके द्वारा अपने पैसे के दम पर मात्र डेढ़ महीने की राजनीति में एक राष्ट्रीय पार्टी में शामिल होकर नगर पालिका क्षेत्र में निर्वाचित तो हो गए लेकिन इनके पास राजनीतिक अनुभव नही के बराबर है।लोगो का कहना है कि अपने पैसे का स्तेमाल कर के सत्ता में काबिज होना आम बात है लेकिन राजनीति के पाठशाला में इनका अनुभव पहली क्लास के छात्र जैसा ही है।यही वजह है कि इनके निर्वाचित होने बाद नगर पालिका भगवान भरोसे ही चल रहा है।वही अपने पार्टी के पार्षदों से इनका सही तालमेल नही होना और अधिकारियों से सम्बंध बेहतर नही होने के चलते लोग इनसे अंसतुष्ट है जिसका खामियाजा नगर की आम जनता को भुकतना पड़ रहा है
मोहन भोजवानी के कार्यकाल को लोग कर रहे है याद
नगर पालिका क्षेत्र के पूर्व उपाध्यक्ष मोहन भोजवानी के 2009 से 2014 के कार्यकाल को लोग आज भी याद करते है लोगों का मानना है कि इनके कार्यकाल में जिस तरह से नगर की साफ सफाई में ध्यान दिया जाता था वो सही मायनों में काबिल ए तारीफ रहा है साफ सफाई को लेकर उपाध्यक्ष मोहन भोजवानी जिस तरह गम्भीर होते हुए पूरे नगर में सुबह से ही जुट जाते थे और पूरे नगर का भ्रमण करते हुए सफाई व्यवस्था की कमान संभालते नजर आते थे यही वजह है कि पूरे नगर में स्वछता अभियान का लाभ आम लोगों को मिलता था जिसे आज इतने वर्षों बाद भी लोग भूले नही है और ऐसे सफाई व्यवस्था फिर कराए जाने की मांग आम लोग करते आ रहे है
वही इस बारे में पूर्व पार्षद अमितेश आर्य ने कहाकि नगर में जिस तरह से सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है ये वाकई में चिंता का विषय है।आगे उन्होंने कहाकि ये नगर का दुर्भाग्य ही है कि जो अधिकारी यहां काम करना चाहता है वें जनप्रतिनिधियों को पसंद नही आता जिसके चलते उसका तबादला करा दिया जाता है यही वजह है कि कुछ ही महीने में ही नगर पालिका से 4 CMO का तबादला हो चुका है
जिला कांग्रेस कमेटी के सचिव मकबूल खान ने कहाकि नगर में जिस तरह से साफ सफाई को लेकर लापरवाही बरती जा रही है इससे साफ जाहिर होता है कि अधिकारी कर्मचारी कितने निरंकुश हो गए है ऐसे में नगर पालिका के जनप्रतिनिधियों को खुद आगे आकर सफाई व्यवस्था की कमान अपने हांथो में लेते हुए पहले की तरह दुरुस्त कराए ताकि आम जनता को राहत मिल सके
वही इस मामले में जानकारी लेने नगर पालिका के नवपदस्थ CMO मनीष वारे से संपर्क किया गया लेकिन उनके द्वारा फोन उठाना मुनासिब नही समझे