STATE TODAY|बड़ी खबर:जिले में कोरोना टेस्टिंग किट नही होने से जांच के लिए भटक रहे हैं आमलोग,जिले में नही हो रहा है किट की आपूर्ति,स्वास्थ्य विभाग नही दे रहा हैं ध्यान,कोरोना के मामलों को रोकने में स्वास्थ्य विभाग असफल
रूपेश बंजारा
मुंगेली/जिले में कोरोना से हाहाकार मचा हुआ है जिसके चलते जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है, जिले में बढ़ते इस महामारी के चलते जिला प्रशासन के द्वारा कोरोना के बढ़ते मामलों में अंकुश लगाने के मकसद से 14 अप्रैल से 21 अप्रैल तक लॉकडाउन की घोषणा की गई थी लेकिन कोरोना मामलों में लगातार हो रहे वृद्धि को देखते हुए जिला प्रशासन के द्वारा लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाते हुए 26 अप्रैल तक कर दिया गया है,वही कोरोना गाईडलाइन का पालन करने जिला प्रशासन के द्वारा आम जनता से लगातार अपील भी किया जा रहा है,लेकिन जिले में जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे है ये अब चिंता का विषय हो गया है कोरोना के मामले जहां पहले नगरीय क्षेत्रों में मिल रहे थे वही अब कोरोना ने ग्रामीण इलाकों को भी अपनी चपेट में ले लिया है यही वजह है कि रोज बड़ी संख्या में कोरोना के मामले सैकड़ो की तादात में निकलकर सामने आ रहे है लेकिन इन सबके बीच एक बड़ी समस्या कोरोना टेस्टिंग किट को लेकर आ रही है,जिले में टेस्टिंग किट की पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति नही होने के चलते लोगों को जांच कराने भटकना पड़ रहा है, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी ने नाम नही छापने के शर्त में बताया कि आज जिला अस्पताल परिसर में जो कोरोना जांच करने के लिए बनाए गए काउंटर में सुबह से ही आम लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गयी थी लेकिन इस दौरान सिर्फ 60 लोगों का ही जांच हो पाया,और किट खत्म होने के वजह से बाकी लोगों को वापस लौटना पड़ा,जबकि कर्मचारी ने बताया कि किट खत्म होने से पहले व्यवस्था करने जानकारी स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों को दिया गया था लेकिन व्यवस्था नही होने के चलते आमलोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें बिना जांच कराए निराश होकर लौटना पड़ रहा है,यही हाल जिले के कई गांवों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का है जहां पर्याप्त मात्रा में किट नही होने के कारण आमलोगों के कोरोना जांच नही हो पा रहा है,वही किट की किल्लत होने और व्यवस्था करने को लेकर जानकारी लेने स्वास्थ्य विभाग के जिला चिकित्सा अधिकारी को फोन लगाया गया लेकिन उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नही समझा,जिस तरह से स्वास्थ्य विभाग के द्वारा इस महामारी के दौरान लापरवाही बरती जा रही है ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि क्या ऐसी स्थिति में कोरोना से जंग जीता जाएगा,क्या ऐसे में जिला कोरोना मुक्त होगा,स्वास्थ्य विभाग कब अपनी जिम्मेदारियों को समझेंगे,क्या आमलोगों को हो रही परेशानियों को लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की कोई जवाबदेही नही बनती,जबकि प्रदेश सरकार के द्वारा आला अधिकारियों की बैठक लेकर प्रदेश में कोरोना के मरीजों के लिए समुचित ईलाज की व्यवस्था करने निर्देश लगातार देते आ रहे हैं लेकिन जब कोरोना के लक्षणों से ग्रसित लोगों का जांच ही सही ढंग से नही हो पा रहा है तो ऐसे में प्रदेश सरकार के दावे खोखले नजर आ रहे हैं,क्या ऐसे में प्रदेश जीतेगा कोरोना से जंग