खरीदी के बाद उठाव की समस्या से जूझ रहे सहकारी समिति कर्मचारी,कलेक्टर को सौपा ज्ञापन, सुरक्षा व्यय में बढ़ोतरी करते हुए संग्रहण केंद्र की भांति धान में सुखत समितियों को प्रदान करने की मांग की
मुंगेली/छत्तीसगढ़ में विगत 1 दिसंबर से लेकर 31 जनवरी तक धान खरीदी सरकार द्वारा की गई थी।जिसके बाद पूरे छत्तीसगढ़ में करीब 94 लाख मैट्रिक टन धान की खरीदी की गई है।बंपर खरीदी के बाद जहां छत्तीसगढ़ के किसानों के चेहरों में मुस्कुराहट देखने को मिल रही है वहीं दूसरी ओर अब सहकारी समिति के उपार्जन केंद्रों और धान खरीदी केंद्रों में उठाओ की समस्या बढ़ने लगी है। इसी को लेकर सहकारी समिति कर्मचारी संघ ने बड़ी संख्या में रैली निकालकर मुंगेली कलेक्ट्रेट भवन पहुंचकर राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और जल्द से जल्द खरीदी किए गए धान को उठाओ की मांग की,समिति प्रबंधकों ने बताया कि धान खरीदी के समय सरकार द्वारा अनुबंध किया गया था कि धान खरीदी करने के 72 घंटे के भीतर उठाओ कर लिया जाएगा लेकिन आज धान खरीदी खत्म होने के 10 दिन बीतने जा रहे हैं लेकिन अब तक उठाव नहीं हो पाया है समय पर उठाव नहीं होने की वजह से धान में समय के साथ सुखता है जिससे धान का वजन लगातार कम होता जाता और इसका भार समिति प्रबंधन पर पड़ता है,इसके अलावा सहकारी समिति कर्मचारी संघ ने यह भी मांग की,कि जो कमीशन राशि 10 साल पहले 9 रुपए मिलते थे,वह आज भी उसी दर पर मिल रही है इस वजह से समिति प्रबंधन के संचालन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।इस दौरान भारी संख्या में सहकारी समिति कर्मचारी संघ के पदाधिकारी एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे