कोरोना वैक्सीन को लेकर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों में संसय,वैक्सीन लगवाने 153 कर्मचारी कर रहे है बहानेबाजी,स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे है
मुंगेली/वैश्विक महामारी कोरोना से जिस तरह करोड़ो लोग संक्रमित हुए जिसके चलते इस महामारी को लेकर आम लोगों में भारी दहशत देखा गया जिसको देखते हुए शासन के द्वारा गम्भीरता से लेते हुए इस वायरस के बचाव को लेकर गाइडलाइंस जारी करते हुए आम लोगों अपील भी किया गया वही देश के वैज्ञानिकों के द्वारा 09 महीने के अथक प्रयास से आखिरकार इसका वैक्सीन तैयार कर लिया गया वही सरकार के द्वारा 16 जनवरी से पूरे देश मे टीकाकरण को लेकर अभियान चलाया गया इस अभियान के प्रथम चरण में फ्रंटवर्करो का चयन किया गया जिनके द्वारा कोरोना काल मे अपनी सेवाएं दी थी जिसमे स्वास्थ्य विभाग एवं पुलिस विभाग के कर्मचारियों सहित अन्य लोगों को टीकाकरण के लिये चयनित किया गया और इनकी सूची जारी की गई लेकिन मुंगेली जिले में इस टीकाकरण को लेकर एक अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है जहां स्वास्थ्य विभाग के करीब 153 कर्मचारियों के द्वारा इस वैक्सीन को लेकर उदासीन रवैया अपनाया जा रहे और वैक्सीन लगाए जाने को लेकर लगातार बहानेबाजी कर रहे हैं जिसके चलते इस अभियान पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी ही पलीता लगा रहे वही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी कर्मचारियों के इस रवैये को गंभीरता से नही ले रहे है ऐसे में ये सवाल उठना लाजमी है कि जिस वैक्सीन के शुरुआत को लेकर शासन स्तर पर जिस तरह से तैयारी करते हुए बड़े बड़े दावा किया जा रहा था उसी वैक्सीन पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को ही भरोषा नही हो पा रहा है ऐसे में आने वाले समय मे आम लोगों तक जब ये वैक्सीन पहुंचेगी तो वें इस पर किस तरह से भरोषा कर पाएंगे वही इस पूरे मामले में जिले के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे है तो वही दूसरी तरफ जिला अस्पताल में पदस्त डॉ कमलेश खैरवार सफाई देते नजर आए उनका कहना है कि ये वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है और इसको लेकर वें आस्वस्त है और जिनको भी ये वैक्सीन लगाया गया है वे भी स्वस्थ है उनमें भी किसी तरह से कोई साइड इफेक्ट नजर नही आया है उन्होंने आगे बताया कि मैंने भी कोरोना वैक्सीन लगवाया साथ ही विभाग के अन्य अधिकारियों ने भी टीकाकरण कराया है बावजूद इसके विभाग के कर्मचारियों द्वारा टीकाकरण को लेकर किये जा रहे बहानेबाजी को लेकर उन्हें समझाईस दी जाएगी और उनको भरोसे में लेकर टीकाकरण कराया जाएगा बहरहाल जिस तरह से ये पूरा मामला निकल कर सामने आया है इससे इस बात को लेकर सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि वैश्विक महामारी को लेकर शासन के द्वारा जारी किए गए नियमो को तथा इस वैक्सीन को लेकर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी ही भरोषा नही कर पा रहे है तो आने वाले समय मे आम लोगों को इस वैक्सीन को लेकर कैसे भरोषा दिला पाएंगे ये एक बड़ा सवाल है जिसका जवाब शायद अभी किसी के पास नही है
डॉ कमलेश खैरवार,टीकाकरण प्रभारी