मुंगेली/सिटी कोतवाली क्षेत्र के देवरी गांव में 1 सफ्ताह पूर्व हुए अंधे कत्ल का जिले के SP ने किया खुलासा।पूरे मामले के बारे में जानकारी देते हुए जिले के SP अरविंद कुमार कुजूर ने बताया कि सिटी कोतवाली क्षेत्र के देवरी गांव में दिनांक 03/06/2021 को देवरी गांव के निवासी झबला के द्वारा सिटी कोतवाली में आकर सूचना दिया कि गांव के ही बैहाकापा मार्ग में स्थित सूरज पटेल नामक ग्रामीण के कुएं में उसके भाई यशवंत ओगरे का शव पड़ा हुआ है,इस सूचना के बाद सिटी कोतवाली की टीम मौके पर पहुंची और शव को कुएं से बाहर निकलकर मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया वही इस मामले की गंभीरता को देखते हुए SP अरविंद कुमार कुजूर के द्वारा निर्देशित करते हुए जिले के अति पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार सोनी तथा SDOP तेजराम पटेल के मार्गदर्शन में टीम तैयार करते हुए मामले की बारीकी से जांच की गई जिसमें मृतक यशवंत ओगरे के शरीर के अन्य हिस्सों में जिस तरह से चोट के निशान देखे गए उसके अनुसार हत्या का मामला दर्ज करते हुए धारा 302,201 तहत मामले का विवेचना किया गया वही मामले के अज्ञात आरोपियों की पतासाजी के लिए मुखबिरों को भी सक्रिय किया गया वही पुलिस के द्वारा मृतक के पिता और भाई के ऊपर सन्देह व्यक्त करते हुए हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ किया गया जिसके बाद आरोपियों के द्वारा अपने गुनाह को कबूल करते हुए जो बात पुलिस को बताएं उसे सुनकर एकबार तो पुलिस भी अचंभित हो गयी,आरोपियों द्वारा बताए अनुसार घटना के दिन आरोपी झबला ओगरे एवँ गुरुबचन सिंह ओगरे अपने बाड़ी में कार्य कर रहे थे उसी दौरान मृतक यशवंत ओगरे जमीन जायदाद के बंटवारे को लेकर विवाद करते हुए गंदी गन्दी गालियां देने लगा जिससे गुस्साए गुरुबचन ओगरे के द्वारा पास में रखे डंडे से वार किया अचानक हुए हमले से मृतक पास में ही गिर गया जिसके बाद आरोपी गुरुबचन ओगरे एवँ झबला ओगरे के द्वारा गमछे से गला घोंटकर यशवंत ओगरे को मौत के घाट उतार दिया और शव को गांव के ही कुएं में फेंक दिए और अपने घर आ गए तथा दूसरे दिन कोतवाली में उक्त घटना की सूचना खुद देने पहुंच गए,वही आरोपियों के निशानदेही पर मृतक के मोटरसाइकिल एवँ मोबाईल को बरामद किया गया है,इस मामले के खुलासे के बाद एक बार फिर ये बात साबित हुई कि आरोपी चाहे कितना भी शातिर क्यों ना हो कानून के लंबे हाँथ उस तक पहुच ही जाता है,इस मामले को सुलझाने में सिटी कोतवाली प्रभारी विश्वजीत सिंह,SI वीरेंद्र सिंह क्षत्रिय, प्रधान आरक्षक मनीष सिंह,आरक्षक दिलीप साहू,दयाल गावस्कर, संजय यादव,गिरिराज परिहार, अतुल सिंह,मुकेश ठाकुर का योगदान रहा