STATE TODAY|अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर,केशरवानी महिला समिति के द्वारा वर्चुअल माध्यम से किया गया योग,समिति के राष्ट्रीय एवँ प्रदेश के पदाधिकारी हुए शामिल,योग दिवस मानना भारतीय संस्कृति की परंपरा का बहुमूल्य उपहार है:जया गुप्ता
मुंगेली/अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर महाराष्ट्र केशरवानी महिला समिति की प्रदेशाध्यक्ष एवं राष्ट्रीय सांस्कृतिक मंत्री श्रीमती रजत गुप्ता के द्वारा वर्चुअल योग एट होम एंड योग विथ फेमिली के आयोजन में विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित नागपुर राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनीता केशरवानी एवं मुंगेली नगर की जया गुप्ता राष्ट्रीय सांस्कृतिक मंत्री अखिल भारतीय केशरवानी वैश्य महिला महासभा किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ रजत गुप्ता ने गोत्राचार्य कश्यप मुनि की आरती-पूजा व शंखनाद से किया । महाराष्ट्र प्रदेशाध्यक्ष रजत गुप्ता ने कहा कि वर्तमान समय में योग करने से हमारे शरीर की मांसपेशियों मजबूत होती हैं और रोगों से बचाव होता है ।
विशिष्ट अतिथि सुनीता केशरवानी ने कहा महिलाएं समाज की शक्ति हैं उन्हें एक साथ बहुत सारी जिम्मेदारियां निभानी पड़ती है जिसमें संतुलन बनाने में कई शारीरिक मानसिक क्षति होती हैं| यह अपने आसपास के सब लोगों का ध्यान रखती हैं परंतु इनका ध्यान कौन रखता है । इसका उत्तर योगा में छुपा है| सुंदरता और बुद्धि का संतुलन जिसकी आज के समय में अहम आवश्यकता है और सुखद यह है कि आज महिलाएं अपनी आंतरिक उर्जा व सकारात्मक सोच के कारण योग प्रदर्शन में भी काफी आगे निकल गई हैं । उपरोक्त महिलाओं द्वारा किया गया योग प्रदर्शन इसका साक्षात प्रमाण है ।
विशिष्ट अतिथि जया गुप्ता ने योग दिवस की बधाई देते हुऐ कहा कि इतने सुंदर और समाज की सभी महिलाओं को प्रेरित करने वाले सफल योगा कार्यक्रम समाज की सभी बहनों को एक नई ऊर्जामय सकारात्मक दिशा प्रदान करेगा । यह कार्यक्रम अवश्य ही महिला संगठन को और मजबूती प्रदान करेगा । जया ने कहा कि योग दिवस को मनाना हमारी भारतीय संस्कृति की परंपरा का एक बहुमूल्य उपहार है । यह हमारी मस्तिष्क और शरीर की एकता का भी प्रतीक है । कहा गया है कि योग हृदय की प्रकृतिक का संरक्षक है योग मनुष्य को समरसता और सकारात्मकता की और ले जाता है । यह हमारे दिमाग और आत्मा की अशुद्धता को दूर करता है । सही मायने में योग जीवन जीने का माध्यम है ।
योग हमारी प्राचीन संस्कृति हैं| लेकिन आज महिलाओं के द्वारा योगा मे सक्रिय भागीदारी ने उसे चरम पर पहुंचा दिया है| जहां आज महिलाएं पुरुषों के 700 कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही हैं वही योग महिलाओं के लिए आशीर्वाद है| यह मन के साथ मन को संतुलित कर आत्मा को भी पोषित करता है इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के भिवंडी,ईचलकरंजी,नागपुर,थाणे,मुंबई,न्यू मुंबई की पचास सामाजिक महिलाओं ने सूर्य नमस्कार, प्राणायाम,अलोम-विलोम जैसी अन्य उपयोगी योगासन को वीडियो के माध्यम से प्रस्ततु किया ।