STATE TODAY|रामनवमी के अवसर पर ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का किया गया आयोजन,देश के 50 कवियों ने दी सहभागिता
मुंगेली/रामनवमी के अवसर पर राष्ट्रीय कवि संगम जिला इकाई मुंगेली के द्वारा ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया । इस काव्य गोष्ठी में राष्ट्रीय कवि संगमस के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ अशोक बत्रा, राष्ट्रीय सह महामंत्री महेश कुमार शर्मा,प्रांतीय समन्वय मंत्री कमल किशोर शर्मा एवं श्री राम वन गमन पथ काव्ययात्रा की प्रदेश प्रभारी श्रीमती मल्लिका रुद्रा सम्मिलित हुई । काव्य गोष्ठी में सभी कवियों ने प्रभु श्रीराम पर रचित कविता का वाचन किया । लगभग 50 लोगों की सहभागिता के बीच यह ऑनलाइन कवि गोष्ठी बहुत अधिक सफल रहा । काव्य गोष्ठी का आरंभ राष्ट्रीय कवि संगम जिला इकाई मुंगेली के अध्यक्ष देव गोस्वामी के स्वागत उद्बोधन के साथ शुरू हुआ । तत्पश्चात राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ अशोक बत्रा ने संबोधित किया । डॉ बत्रा ने कहा कि- “हम सब को अंतर्राष्ट्रीय काव्य यात्रा के लिए तैयार रहना है एवं सहभागिता सुनिश्चित करना है । हम सबका सौभाग्य है, कि रामवन गमन पथ काव्ययात्रा का हम हिस्सा बनने जा रहे हैं ।” इस अवसर पर राष्ट्रीय सह महामंत्री महेश कुमार शर्मा ने कहा कि- “आज रामनवमी के पावन अवसर पर राष्ट्रीय कवि संगम द्वारा सभी जगह ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है और प्रभु श्री राम पर रचना प्रस्तुत की जा रही है ।” राम वन गमन पथ अंतर्राष्ट्रीय काव्य यात्रा की छत्तीसगढ़ प्रांत प्रभारी मल्लिका रूद्रा ने कहा कि “मुंगेली जिले से कवियों को 2022 में होने वाले अंतर्राष्ट्रीय काव्य यात्रा के लिए सहभागिता देनी है । स्थान अपनी सुविधा के अनुसार बता सकते हैं । समापन अयोध्या में होना है, जहां लगातार 130 घंटे कवि सम्मेलन की योजना है इसके लिए भी अपना नाम दे सकते हैं ।” इस अवसर पर राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश मित्तल के पत्र को भी पढ़ा गया जिसमें कहा गया है कि ‘राष्ट्रीय कवि संगम 14 जनवरी 2022 (मकर संक्रांति) से मार्च 2022 (महाशिवरात्रि) तक विराट श्रीराम वन गमन पथ अंतर्राष्ट्रीय यात्रा करने जा रहा है । इस विराट काव्ययात्रा में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार बाबा सत्यनारायण मौर्य राम वन गमन की 249 स्थानों के शोधकर्ता डॉ राम अवतार शर्मा तथा सम्मानीय श्याम गुप्ता द्वारा देश भर में 100000 से अधिक चलाए जाने वाले एकल विद्यालयों द्वारा संस्थान भी सहयोगी होगा । इन संस्थाओं से संबोधित हजारों कार्यकर्ता उन सभी 249 स्थानों की यात्रा करेंगे । जिन पर 14 वर्षों के वनवास के दौरान श्री राम लक्ष्मण और जानकी जी ने यात्रा की थी । इन संस्थाओं का उद्देश्य श्री राम के काम आये वन बंधुओं के वंशजों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना है । इस दौरान राम जन्मभूमि अयोध्या की पावन रज सभी स्थानों पर स्थापित की जाएगी । तथा गांव की मिट्टी अयोध्या मंदिर में स्थापित की जाएगी । राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश मित्तल ने बताया कि मुख्य यात्रा श्रीलंका, रामेश्वरम, पंचवटी, किष्किंधा, चित्रकूट आदि 40 प्रमुख स्थानों से होती हुई अयोध्या पहुंचेगी । जहां 130 घंटों का अखंड काव्यपाठ होगा । जिसमें देश के सभी प्रांतों और भाषाओं के कवियों के साथ विश्व के 20 से अधिक देशों के राम भक्त कवि भी अपना-अपना काव्यपाठ प्रस्तुत करेंगे ।’
काव्य गोष्ठी का आरंभ प्रांतीय समन्वय मंत्री कमल किशोर शर्मा के द्वारा भगवान श्रीराम पर कविता के प्रस्तुतीकरण के साथ हुआ । इस अवसर पर जिले के सभी कवियों ने प्रभु श्रीराम पर कविता प्रस्तुत किया । इस अवसर पर डॉ. सत्यनारायण तिवारी ‘हिमांशु’, रवीन्दर सिंह छाबडा, चंद्रेश चंद्राकर, श्रीमती कौशल सोनी, अभिषेक जैन, अभिलाषा पांडे, महेन्द्र यादव, हेमंत कश्यप,ज्वाला प्रसाद कश्यप, मयंकमणि दुबे, रोहित ठाकुर, देवेन्द्र परिहार, संस्कार साहू, देव गोस्वामी, कृष्ण कुमार तिवारी, अविनाश श्रीवास ने भी काव्यपाठ किया । काव्यगोष्ठी का संचालन देवेन्द्र परिहार ने किया एवं आभार प्रदर्शन राष्ट्रीय कवि संगम जिला इकाई मुंगेली के सचिव रोहित ठाकुर ने किया । आनलाईन काव्यगोष्ठी के तकनीकी सहायता चंद्रेश चंद्राकर ने किया ।