STATE TODAY|अजीबोगरीब:तालाब में मछली पकड़ने गए व्यक्ति के मुँह में घुसा मछली,गले में फंसने से दम घुटकर हुई अधेड़ की मौत, बेमेतरा थाने के सेमरिया गांव की घटना
बेमेतरा जिले के आलावा प्रदेश में यहां पहला माबेमेतरा:बेमेतरामला संभावता
तालाब में मछली पकड़ने के लालच में युवक ने की लापरवाही,विचित्र परिस्थितियों में मौत बनी चर्चा का विषय
संजू जैन
बेमेतरा:बेमेतरा जिले के साजा विधानसभा क्षेत्र बेमेतरा थाना क्षेत्र के ग्राम सेमरिया से एक अधेड़ युवक की अजीबोगरीब परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आ रहा है। जिसमे तालाब में मछली मार रहे युवक के मुंह मे मछली घुस जाने से अजीबोगरीब परिस्थितियों में हुई मौत सम्भवतः ज़िले सहित प्रदेश का पहला विचित्र मामला हो सकता है।
बताया जा रहा है कि सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के गाँव सेमरिया में लॉकडाउन के दौरान खाने के लिए तालाब में मछली मारने का काम चल रहा था। जिसमे गाँव का 58 वर्षीय अधेड़ व्यक्ति दाऊराम रजक पिता लिखनु रजक तालाब में जाले से मछली पकड़ रहा था। इसी दरमियान मृतक दाऊराम ने मछली पकड़ने के पश्चात उसे सुरक्षित रखने के लिए लापरवाहीपूर्वक मुँह में दांतो तले दबाने की कोशिश कर रहा था। इसी बीच मछली दांत से फिसलकर सीधा मुँह के रास्ते गले तक जा अटकी। जिससे मृतक को सांस लेने में समस्या होने लगी ।
इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने उसकी स्थिति को देखते हुए तत्काल उपचार हेतु ज़िला अस्पताल के लिए रवाना किया। जिसमें बीच रास्ते अधेड़ व्यक्ति ने दम तोड़ दी।इस घटना से गाँव सहित क्षेत्र के लोग हैरत में है वही मृतक के घर मे मातम सी छा गयी है।घटना की जानकारी मिलने पर तत्काल पुलिस ने घटनास्थल का दौरा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए रवाना कर मर्ग कायम करते हुए मामले को जांच में लिया गया है।
इस सम्बंध में सिटी कोतवाली बेमेतरा के थाना प्रभारी राजेश मिश्रा ने बताया कि मामला थाना क्षेत्र के ग्राम सेमरिया में घटित कल वृहस्पतिवार की घटना है।जहां मछली मार रहे अधेड़ ने लापरवाहीपूर्वक मछली को मुंह दबाने की कोशिश में मछली मुँह के अंदर चला गया जिससे अंदरूनी चोट व दम घुटने से मौत की सम्भवना जताई जा रही है। फिलहाल मामले में मर्ग कायम कर लिया गया है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारण का खुलासा हो पायेगा।
प्रदेश का सम्भवतः पहला मामला
चूंकि गले मे मछली फंसने की खबर ने गांव सहित क्षेत्र के लोगों को सोचने पर विवश कर दिया है।वही बताया जा रहा है कि सम्भवतः यह ज़िले के साथ प्रदेश का पहला ऐसा मौत का मामला है जहां व्यक्ति की मौत गले मे मछली के फंस व अटक जाने से हुई है, जिससे घटना काफी चर्चे में है। हर कोई इस घटना से हैरान है।
ज़िले में लॉकडाउन व गर्मी के चलते मछली पकड़ने व आखेट पर प्रतिबंध बावजूद लोग लापरवाह
दरअसल लॉकडाउन एवं मछली पालन व संरक्षण अधिनियम के तहत इन दिनों मौसम अनुकूल वातावरण स्वरूप मछली पकड़ने, मारने, शिकार करने पर ज़िला प्रशासन द्वारा सख्त प्रतिबंध है।इसके बावजूद लॉकडाउन को दरकिनार कर लोग घरों से बाहर निकलकर मछली मार कर प्रशासन की समस्या को बढ़ा रहे है। जबकि सीजन में मछली आखेट व पकड़ना गैरकानूनी माना जाता है। फिर भी ग्रामीण जागरुक होने को तत्पर नही है, जिससे इस तरह की घटना सामने आ रही है