मुख्यमंत्री के घोषणा को अधिकारी दिखा रहे है ठेंगा,सिंचाई विभाग के अधिकारी की मनमानी चरम पर,किसानों को अभीतक नही मिला नहर का पानी,आक्रोशित किसानों ने आंदोलन की दी चेतावनी
जांजगीर/जिले वासियो को रवी फसल के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सिंचाई के लिए नहर से पानी देने की सौगात दी है,लेकिन मुख्यमंत्री के ऐलान को सिंचाई विभाग के अधिकारी ठेगा दिखाने में जुटे है।पकरिया माईनर से जाने वाली भैंसो,झलमला,साथ दर्जन भर गांव के लोग नहर में पानी का राह देख रहे है,सिचाई विभाग के उच्च अधिकारी और कलेक्टर के मौखिक आदेश को एसडीओ मानने के लिए तैयार नही है,और नहर में मरम्मत कार्य होने का बहाना बना कर पानी देने से रोक लगा दिए है,एसडीओ की इस मनमानी के खिलाफ ग्रामीणो ने कलेक्टर से शिकायत की है,और उस नहर को दो साल पहले ही विभाग द्वारा मरम्मत कराने की जानकारी दी और नहर में मरम्मत के लिए कुछ काम ही नही होने की जानकारी दिए,उन्होने ग्रामीणो ने कोरोना काल के कारण इस वर्ष खरीफ फसल में नुकसान झेलने के बाद इस रवी की फसल से आर्थिक स्थिति में कुछ सुधार आने की उम्मीद में थे लेकिन एसडीओ की मनमानी के कारण अपनी खेती ही नही कर पाने का आरोप लगा रहे है।किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियो को चेतावनी दी है कि अगर मरम्मत के नाम पर नहर में पानी नही दिया गया और नहर में मरम्मत कार्य नही करने पर सडक में उतर कर उग्र आँदोलन करने की चेतावनी दिए है