STATE TODAY|अपने एक साल के वेतन को मुख्यमंत्री सहायता कोष में देने वाले,आरक्षक पुष्पराज सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत,करणी सेना प्रदेश अध्यक्ष आलोक सिंह परिहार ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की
मुंगेली/गुरुवार की रात जांजगीर थाना में पदस्थ पुलिस जवान पुष्पराज सिंह की सड़क के किनारे स्कूटी गिरी मिली, उसके शरीर पर बिजली के तार लिपटे मिले,गले में भी तार उलझा हुआ था। पुलिस इसे एक हादसा बता रही है, मगर घर वाले इसे हत्या होने का दावा कर रहे हैं। जांजगीर पुलिस अब इस मामले में जांच कर रही है। पुष्पराज की लाश देशी शराब दुकान के पास की सड़क पर मिली। वही पुलिस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जवान बिजली के तारो में उलझ गया था जिस कारण उसकी मृत्यु हुई है। वहीं पंचनामा बनाते हुए पुलिस ने मौके पर उपस्थित गवाह से जानकारी ली जिसमे गवाह ने भी मृतक जवान का तारो में उलझना बताया है।
सोशल मीडिया में हमेशा रहते थे एक्टिव,उठाते थे आवाज
उधर रात तक जवान की फेसबुक आई डी कुछ और ही कहानी बयां कर रही है। मृतक जवान पुष्पराज सिंह विगत 10 वर्षो से पुलिस प्रशाशन में सेवारत है और सोशल मीडिया के माध्यम से जवानों ओर स्वयं के साथ हुए दुर्व्यवहार को सबके समक्ष प्रस्तुत करता रहा है। इन 10 वर्षों में वह करीब 6 बार सस्पेंड किया गया है और उस पर कई बार स्तीफा के लिए भी दबाव बनाया जा चुका है जिसका भी जवान ने सोशल मीडिया के माध्यम से विरोध किया था। बुधवार के दिन भी उसने अपने आला अधिकारियों को उसे सस्पेंड करने की चुनौती देते हुए एक पोस्ट डाली थी जिसके बाद गुरुवार की रात में ड्यूटी के दौरान ही उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी। जवान अपने आला अधिकारियों के द्वेषपूर्ण व्यवहार से दुखी था और इस विषय में अपने सामाजिक संगठनों और पारिवारिक व्यक्तियों से कई बार शिकायत भी कर चुका था, पुष्पराज का कहना था कि उसे सवर्ण समाज का होने के कारण वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा हर बार ऐसे कार्य करने पर मजबूर किया जाता था जो नैतिकता का विरुद्ध था।
श्री राजपूत करनी सेना के प्रदेश अध्यक्ष ने की मामले की निष्पक्ष जांच की मांग
वही इस मामले में श्री राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष आलोक सिंह परिहार ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि पुष्पराज के द्वारा पूर्व में भी ऐसी शिकायत उन्हें मिल चुकी है और उन्होंने उसे संगठन के द्वारा हर संभव सहायता का वचन दिया था। आलोक सिंह परिहार ने गृह मंत्रालय से जवान की मृत्यु की निष्पक्ष जांच की मांग की है और साथ ही चेतावनी भी दी है कि प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा अगर जवानों को इसी प्रकार प्रताड़ित किया जाता रहा तो सिस्टम चरमरा जाएगा,जवान ही इस सिस्टम की नींव है वही फील्ड में जाकर काम करते है लेकिन अधिकारियों के द्वारा उनके साथ हो रहे दुर्व्यवहार से कही न कही उनका हौसला टूटता है।
श्री राजपूत करनी सेना ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
श्री राजपूत करनी सेना के प्रदेश अध्यक्ष आलोक सिंह परिहार ने आगे कहाकि अगर पुष्पराज की मृत्यु की निष्पक्ष न्यायिक जांच नही की जाती है तो श्री राजपूत करणी सेना बड़ा जनांदोलन करेगी। साथ ही आरक्षक पुष्पराज को न्याय दिलाने तथा जबतक उसके मौत के दोषियों को सजा नही मिल जाती तबतक हमारे द्वारा ये लड़ाई जारी रखा जाएगा।आलोक सिंह ने थाना अधिकारी व पुलिस अधीक्षक को मृत्यु की जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत इस्तीफा देने की मांग की है।