STATE TODAY|भारत में क्यों हर व्यक्ति के टीकाकरण की नही दी जा रही अनुमति?,जानिए केंद्र सरकार ने क्या दिया जवाब…
नई दिल्ली/स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को जानकारी दी कि देश में सभी के लिए वैक्सीनेशन को अनुमति क्यों नहीं दी जा रही है.स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को प्रेस वार्ता में कहा कि बहुत से लोग पूछते हैं कि हम सभी के लिए टीकाकरण क्यों नहीं खोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह के टीकाकरण अभियान के दो उद्देश्य हैं – मौतों को रोकना और स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की रक्षा करना. इसका उद्देश्य उन लोगों के लिए वैक्सीन का प्रबंध करना नहीं है जो इसे चाहते हैं, लेकिन उनके लिए करना है जिन्हें इसकी आवश्यकता है.
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि भारत में सोमवार को 24 घंटे में कोविड-19 वैक्सीन की 43 लाख खुराक लोगों को दी गई हैं, जो कि एक रिकॉर्ड है. इसके परिणामस्वरूप मंगलवार सुबह तक हम देश में वैक्सीन की 8.31 करोड़ खुराकें दे चुके हैं. भूषण ने बताया कि अमेरिका में वैक्सीन देने का दैनिक औसत 30.53 लाख खुराक है, जबकि भारत में 26.53 लाख वैक्सीन खुराक भारत में प्रतिदिन दी जाती हैं. एक वेबसाइट के अनुसार, अमेरिका ने 112 दिनों में 16 करोड़ खुराकें दी हैं, जबकि भारत ने 79 दिनों में 7.9 करोड़ खुराकें दी हैं.
मुख्यमंत्रियों ने लिखा प्रधानमंत्री को पत्र
बता दें सभी के लिए टीकाकरण की अनुमति देने को लेकर कई नेता प्रधानमंत्री से अपील कर चुके हैं. इस संबंध में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर टीकाकरण केंद्र खोलने और टीका देने के लिए उम्र संबंधी नियमों में छूट देने का आग्रह किया है. केजरीवाल ने कहा है कि अगर जरूरी मंजूरी मिल जाए तो तीन महीने के भीतर दिल्ली में सभी लोगों का टीकाकरण हो सकता है.
वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी 25 साल से अधिक की आयु के लोगों को टीकाकरण के लिए छूट दिए जाने को लेकर पीएम मोदी को पत्र लिखा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार को करेंगे मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद
बता दें कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद करेंगे और इस दौरान महामारी की ताजा स्थिति के साथ ही देश भर में जारी टीकाकरण अभियान की समीक्षा करेंगे. सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री का यह संवाद बृहस्पतिवार शाम साढ़े छह बजे निर्धारित है.
इससे पहले,मोदी ने 17 मार्च को मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद किया था.इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा था कि अगर इस बढ़ती हुई महामारी को यहीं नहीं रोका जाएगा तो देशव्यापी संक्रमण की स्थिति बन सकती है.