STATE TODAY|केशरवानी महिला समिति द्वारा मनाया गया सावन उत्सव,सावन सुंदरी का भी किया गया आयोजन
मुंगेली/श्रावण मास हिंद पंचांग के अनुसार पांचवां महीना माना जाता है। श्रावण मास शिवजी को विशेष प्रिय है। शिवपुराण के अनुसार शिवजी ने स्वयं श्रावण मास के बारे में बताया गया है।भगवान शिव को सावन का महीना प्रिय होने का अन्य कारण यह भी है कि भगवान शिव सावन के महीने में पृथ्वी पर अवतरित होकर अपनी ससुराल गए थे और वहां उनका स्वागत अर्घ्य और जलाभिषेक से किया गया था। माना जाता है कि प्रत्येक वर्ष सावन माह में भगवान शिव अपनी ससुराल आते हैं। भू-लोक वासियों के लिए शिव कृपा पाने का यह उत्तम समय होता है। शिवपुराण’ में उल्लेख है कि भगवान शिव स्वयं ही जल हैं। इसलिए जल से उनकी अभिषेक के रूप में अराधना का उत्तमोत्तम फल है,जिसमें कोई संशय नहीं है। शास्त्रों में वर्णित है कि सावन महीने में भगवान विष्णु योगनिद्रा में चले जाते हैं। इसलिए ये समय भक्तों, साधु-संतों सभी के लिए अमूल्य होता है। यह चार महीनों में होने वाला एक वैदिक यज्ञ है,जो एक प्रकार का पौराणिक व्रत है,जिसे ‘चौमासा’ भी कहा जाता है तत्पश्चात सृष्टि के संचालन का उत्तरदायित्व भगवान शिव ग्रहण करते हैं। इसलिए सावन के प्रधान देवता भगवान शिव बन जाते हैं। विगत दिवस स्थानीय राधाकृष्ण मंदिर में केशरवानी महिला समिति द्वारा सावन उत्सव का शानदार आयोजन किया गया । अध्यक्ष सपना गुप्ता ने शिवजी की पूजा-अर्चना कर सावन की बधाई देते हुऐ कहा कि ऐसे आयोजन से सामाजिक संगठन मजबूत होता है । संरक्षक ज्योति गुप्ता ने महिलाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ने और समाज व देश का नाम ऊंचाकर अपनी पहचान बनाने के लिए बधाई दिया और सभी को मजेदार गेम खिलाया और कहा कि उपस्थित सभी सदस्य सावन सुंदरी हैं कार्यक्रम में महिलाओं ने सावन गीत-संगीत, भोलेनाथ का भजन-कीर्तन किया । कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में महिलाऐं उपस्थित रहीं ।