STATE TODAY|शिक्षिका द्वारा दिवंगत पत्रकार के ऊपर किये गए अभद्र टिप्पणी के बाद प्रेस क्लब ने किया था थाने में शिकायत,लेकिन कार्यवाही नही होने से शिक्षिका के है हौशले बुलन्द,सोशल मीडिया में पत्रकारों के खिलाफ फिर उगला जहर,IG से मिलकर की जाएगी कार्यवाही की मांग
•शर्मसार हो रहा पत्रकार जगत
• छत्तीसगढ़ सक्रिय पत्रकार संगठन ने दोनों मामले पर सख्त की कार्यवाही की मांग
•तथाकथित पत्रकार के रफादफा कराने के ठेके में एक पार्षद की है मध्यस्थता के लिए रही विशेष भूमिका
मुंगेली/हाल ही में देश के प्रख्यात पत्रकार रोहित सरदाना के निधन के बाद मुंगेली शहर की महिला शिक्षिका के द्वारा आपत्तिजनक सोशल मीडिया में की गई टिप्पणी के बाद प्रेस क्लब के पदाधिकारियों सहित असल पत्रकारों ने एसपी से चर्चा के बाद कोतवाली पुलिस को ज्ञापन सौंप एफआईआर विभिन्न धाराओं में कार्यवाही गिरफ्तारी की मांग एवं आंदोलन की चेतावनी दी थी। मगर इस घटना के बाद अचानक मुंगेली में ही सक्रिय एक पत्रकार संगठन में पदाधिकारी होने के हवाले से एक पत्रकार के लिए एक युवा पार्षद ने महिला शिक्षिका के पुत्र से संबंधित संगठन एवं पत्रकार को प्रभावशाली बता 15 हजार रुपये की मांग में मामला रफा दफा और सभी सोशल मीडिया के मेसेज हटाने की बात कही गई। मामला तब में तब और बवाल होता दिखने लगा जब उसी महिला शिक्षिका ने वापस सोशल मीडिया में दूसरी पोस्ट डाल फिर अप्रत्यक्ष रूप से पत्रकारों के लिए आपत्तिजनक बात लिख दी दूसरी तरफ महिला के परिवार के कुछ लोग और राज्य के अंदर के ही कुछ प्रेस बिरादरी से मुंगेली पत्रकारों में समझौता की पेशकश भी की गई। कल शाम फिर अधिकांश पत्रकारों में जब ब्लैकमेलिंग पैसे की मांग पर मामला रफ़ा दफा जैसी बात का ऑडियो वायरल होने पर समूचा असल पत्रकार जगत में आक्रोश देखा जा रहा है। मामला चुंकि आपत्तिजनक पोस्ट और पत्रकारिता से जुड़ा है साथ ही मामले में दूसरा ट्विस्ट तब आया जब शहर में ही एक पार्षद के हवाले से पत्रकार द्वारा 15 हजार की मांग होने से मामला स्वतः पुलिस को संज्ञान में लेकर संबंधित सभी पक्षों की जांच जानकारी लेकर कार्यवाही होनी चाहिए थी मगर ऐसा कही कुछ हो नही रहा मगर पत्रकारिता की आड़ में आपत्तिजनक टिप्पणी पर 15 हजार पैसे की मांग से पत्रकारिता को बदनाम करने की जो हथकंडा अपनाया गया उस पर भी पत्रकारों ने अभी तक कोई कार्यवाही के लिए सामने नही आना समझ से परे होता जा रहा है। महिला शिक्षिका के आपत्तिजनक टिप्पणी और बाद में एक पत्रकार संगठन के हवाले से पार्षद की मध्यस्थता में 15 हजार मांग की जांच कर दोनो ही मामले में पुलिस को तत्काल कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए। ताकि ऐसे घटना की दुबारा पुनरावृत्ति ना हो । अविलंब कार्यवाही नही होने पर छत्तीसगढ़ सक्रिय पत्रकार संगठन के जिला अध्यक्ष मनीष शर्मा ने बताया कि शीघ्र ही मामले की कार्यवाही न किए जाने पर छत्तीसगढ़ सक्रिय पत्रकार संघ द्वारा संभागीय स्तर पर आईजी बिलासपुर से मिल कार्यवाही की मांग करेगा।
ये है पूरा मामला
गौरतलब हो कि देश के प्रख्यात पत्रकार रोहित सरदाना का 30 अप्रैल को दिल का दौरा पड़ने से आकस्मिक निधन हो गया था,जिसके बाद इस खबर से पूरे देश के पत्रकार जगत में शोक की लहर थी और सभी दिवंगत पत्रकार को अपनी श्रद्धांजलि दे रहे थे लेकिन इसी दौरान मुंगेली जिले के नगर पालिका स्कूल में पदस्त शिक्षिका आलम आरा के द्वारा अपने whatsapp में स्टेटस के माध्यम से दिवंगत पत्रकार के ऊपर आपत्तिजनक टिप्पणी किया था जिसके बाद आक्रोशित पत्रकारों एवँ जनप्रतिनिधियों सहित समाजसेवी संगठनों के द्वारा शिक्षिका के इस कृत्य को लेकर निंदा प्रकट किए थे वही मुंगेली प्रेस क्लब के पत्रकारों के द्वारा सिटी कोतवाली में 30/04/2021 को एक शिकायत दिया गया था जिसमें उक्त शिक्षिका के खिलाफ FIR दर्ज करते हुए कड़ी कार्यवाही की मांग की गई थी,लेकिन आज तलक तक उक्त मामले में पुलिस के द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई है जिससे कि शिक्षिका के हौशले बुलन्द है और वें लगातार पत्रकारों के खिलाफ सोशल मीडिया में जहर उगल रही है